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अकेले अकेले..

29 अक्टूबर 2016

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इस जहां में.. अकेले ही आना है अकेले ही जाना है, किस बात की उम्मीदें किस बात का फसाना है. कितने राज इस जहां में किसी ने नहीं जाना है , बस अपने पीछे कुछ निशान छोड़कर जाना है. .. नरेन्द्र जानी (भिलाई) 🚥

लघु
प्रियंका शर्मा

प्रियंका शर्मा

नरेंद्र जी एक तो कई दिनों बाद वापसी ... फिर दिवाली के पर्व पर कुछ खुशनुमा हो जाए आपको और आपके परिवार को दीपावली की शुभकानाएँ

29 अक्टूबर 2016

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