कागज की नावो
वो कागज की नॉव याद है ,
वो बरसात की पानी याद है ,
और उन की हाथो में ,
कागज का फूल याद है ,...
उन की हाथो का पीठ पर अस्पर्श याद है,
वो मुझे उन का चिढ़ाना याद है ,
वो उन का मुस्कुराना याद है ,
और उन की आखो मे सागर जैसी लहरे याद है,
वो उन का कुछ नहीं कहना याद है,
उन का रुठ जाना याद है ,
वो