कामनवेल्थ गेम्स....
राष्ट्र मंडल खेल या कामनवेल्थ गेम्स.... एक बहुत मंडलीय खेल प्रतियोगिता हैं.... जिसमें अलग अलग देशों के एथेलेटिक्स भाग लेते हैं...। इसकी शुरुआत 1930 में हुई थीं...। इसके बाद हर चार साल में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता हैं...। हर बार अलग अलग देश इस प्रतियोगिता का आयोजन करता हैं...। भारत की बात करे तो भारत को यह मौका 2010 में इस प्रतियोगिता का आयोजन करने को मिला था...। भारत में दिल्ली में इस प्रतियोगिता के सभी खेल कराएं जाओ थें...। लेकिन उस वर्ष को कामनवेल्थ की सफलता के लिए नहीं बल्कि एक दाग की वजह से हमेशा याद किया जाता हैं...। भारत ने इस मौके का कुछ लोगों ने बेहद गलत फायदा उठाया....। इस आयोजन में 70 हजार करोड़ का घोटाला किया गया..। कामनवेल्थ गेम्स की तैयारी... चरण.... और आचरण पर पैसे की बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गई....। इन खेलों में रुचि रखने वाले सुरेश कलमाड़ी के नाम से अच्छी तरह वाकिफ होंगे....। ये ही वो शख्स हैं जिसने इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया....। साथ ही भारत के गौरव को भी कलंकित किया....। भारत में घोटाला होना कोई बड़ी बात नहीं हैं... लेकिन खेलों में यह करना वो भी राष्ट्रमंडल खेलों में.... जहाँ ना जाने कितने देशों के खिलाड़ी अपने देश का वर्चस्व बढ़ाने के लिए आते हैं.... उन लोगों की मेहनत.. पर इस तरह पानी फेरना बहुत गलत हैं....।
चार साल कड़ी मेहनत करके कोई खिलाड़ी मैदान में आता हैं.... अपना सब कुछ दांव पर लगाता हैं... अपने देश का गौरव बढ़ाने के लिए... दिन रात एक करता हैं... लेकिन कुछ कलमाड़ी जैसे लोग.... सिर्फ अपने स्वार्थ की वजह से उनकी इस मेहनत को मिट्टी में मिलाने से जरा़ भी नहीं कतराते....।
खैर अगर वर्तमान परिस्थितियों को देंखे तो भारत उस दाग से बहुत जल्दी उबर कर सामने आया हैं...। आज कामनवेल्थ गेम्स में भारत एक मजबूत और सशक्त देश के रुप में सबका दिल जीत रहा है....।
कुछ वर्ष पहले मुड़कर देखें तो भारत में सिर्फ एक ही खेल का वर्चस्व था.... क्रिकेट...।
लोगों पर सिर्फ क्रिकेट का खुमार छाया हुआ था...। लेकिन पिछले कुछ समय से बहुत कुछ बदला हैं...। सिर्फ क्रिकेट ही नहीं... हॉकी.... बैडमिंटन... टेबल टेनिस... दौड़.. साईकलिंग.... हाईजम्प.... ट्रिपल जम्प... भाला फेंक... जैसी कई प्रतियोगिता ने बेहतर किया हैं..। सबसे ज्यादा आगे बढ़ने की बात करें तो रेसलिंग और वेटलिफ्टिंग में भारत के कई खिलाड़ियों ने अपना परचम लहराया हैं...।
वर्तमान समय में बर्मिंघम में चल रहें कामनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रहा हैं...। पहली बार इस प्रतियोगिता में महिला क्रिकेट को भी शामिल किया गया... जिसमें भारतीय महिलाओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुवे फाइनल में प्रवेश किया...।
महिला हॉकी टीम ने भी कांस्य पदक अपने नाम किया..।
वही पुरुष हॉकी टीम भी पदक से बस कुछ कदम दूर हैं...।
मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया उसके बाद तो भारत की पदक तालिका हर दिन नया मुकाम हासिल करतीं गई....।
आज बर्मिंघम में चल रहे कामनवेल्थ गेम्स का अंतिम दिन है और आज भी बहुत से स्वर्ण और रजत पदक आने की उम्मीद हैं...।
अब तक भारत अलग अलग खेलों में 18 स्वर्ण पदक.... 15 रजत पदक और 22 कांस्य पदक के साथ 55 पदक जीत चुका हैं...।
मीराबाई चानू के अलावा.. बजरंग पूनिया.. दीपक पुनिया... रवि दहिया.. विनेश फोगाट.. जेरेमी... निकहत जरीन.. नीरज चोपड़ा... नवीन... पाल.... सभी ने स्वर्ण पदक जीत कर भारत का गौरव बढ़ाया हैं...।
भारत का वर्तमान कामनवेल्थ गेम्स में बहुत ही शानदार रहा हैं और आने वाले समय में ओर भी आगे बढ़ेगा... ये सिर्फ मेरा ही नहीं पूरे भारतीयों का विश्वास हैं...।
आने वाले समय में सभी खेलों में भारत ऐसे ही आगे बढ़े... उनका भविष्य उज्जवल हो... एक भारतीय होने के नाते ये ही कामना हैं...।
जय हिंद... जय भारत.... 🇮🇳🇮🇳