हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंदतुम मुझको यों ही भुला न पाओगे---- हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद बैस ----खेल दिवस (29 अगस्त ) एवं मेजर ध्यानचंद की जयन्ती(29 अगस्त 1905 ) की सभी मित्रों को हार्दि
अमर सेनानी भगवतीचरण वोहरा के शहादत दिवस 28 मई पर उन्हें हमारा इन्क़लाबी सलाम!शहीद भगवतीचरण वोहरा नौजवान भारत सभा के संस्थापक सदस्य थे, हिन्दुस्तान समाजवादी प्रजातान्त्रिक संघ (HSRA) बनाने में उनका अह
खेलकूद में प्रतिभागियों ने,भारत का मान बढ़ाया है।अग्रज बन इस देश प्रेम से,देश का अभिमान बढ़ाया है।।भारत के वासियों ने खेलों से,मानवता नियति अपनाया है।खेल के जरिए समानता से,भारत का परचम लहराया है।।स्वर
मेरे मत से समय बिताने के लिए, शरीर को स्वस्थ रखने के लिए तथा मन को सुदृढ़ करने के लिए जिन खेलों को खेलने के लिए राष्ट्रमंडल देश मिलकर आयोजन करते हैं, उसे कॉमनवेल्थ गेम्स कहना उचित होगा। इंग्लैंड के बर्
8/8/2022प्रिय डायरी, आज का शीर्षक राष्ट्रमंडल खेल अर्थात कॉमन वेल्थ गेम्स है। राष्ट्र मंडल खेल में 72 देशों और क्षेत्रों का प्रतिनिधि
परचम लहराया दुनिया में,भारत माता के लालों ने।धूल चटा प्रतिद्वंद्वी को,देश के इन रखवालों ने।।आज तिरंगा लहराता है,गगन में ऊंचा सदा रहे।भारत का बच्चा बच्चा,भारत मां की जय कहता रहे।हर तरफ खुशी का हो माहौल
कामनवेल्थ गेम्स.... राष्ट्र मंडल खेल या कामनवेल्थ गेम्स.... एक बहुत मंडलीय खेल प्रतियोगिता हैं.... जिसमें अलग अलग देशों के एथेलेटिक्स भाग लेते हैं...। इसकी शुरुआत 1930 में हुई थीं...। इसके बाद हर
हुंकार भरी बर्मिंघम में, भारत मां के वीर सपूतों ने।विजय पताका फहराई , माता के सच्चे वीरों ने।हम नहीं किसी से कम दुनिया में रहे हैं विश्व विजेता हम।हम भारत देश के वासी हैं,भारत मां की गोद में पले हैं ह
कॉमनवेल्थ खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने किया जलवा दिखाया । विभिन्न खेलों में स्वर्ण, रजत और कांस्य पर कब्जा जमाया । किया गौरवान्वित देश का नाम चहुं ओर तिरंगा का परचम लहराया। जीत की देश के नाम आजाद