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हमारे लिए पिछलेकाफी समय से महामारियों का जैसे अस्तित्व ही ख़त्म हो गया था। लेकिन तभी किसीपुराने पीपल की चुड़ैल की छम-छम करती दस्तक सुनाई देने लगीं। एड्स, डेंगू, सॉर्स, इबोला,जीका और निपाह से हम अभी पूरी त
बुंदेलखण्ड की हीरा नगरी कहे जाने वाला पन्नाजिला वास्तव में आदिवासी बहुल क्षेत्र है। इसी पन्ना जिले के देवेन्द्रनगरविकासखण्ड के ग्राम फुलवारी