( कोर्ट के बाहर का दृश्य है । एक लड़का-लड़की का हाथ पकड़ रोकता है, और कहता है। )
लड़का- मैं तुम से अब भी प्यार करता हूँ।
लड़की- तो
लड़का- और तुम ही मुझसे प्यार करती हो।
लड़की - ( अपने हाथ को उसके हाथ से छुड़ाते हुए। ) ऐसी गलतफहमी मत रखिए, i hate
you .
लड़का- तभी तो कह रहा हूँ, तुम मुझसे अब भी
प्यार करती हो..... ( लड़की बिना कुछ बोले मुस्कुरा कर जाने लगती है । लड़का फिर कहता है ।) चार साल के कोर्ट के चक्कर के
बाद , आज जब सजा हो गई तो केस
वापिस ना लेती ।
( लड़की रुकती है, अपने दर्द को छिपा वापिस मुड़ कर कहती है। )
लड़की - तुमसे नहीं अपने प्यार से प्यार करती हूँ,
जो कब रुह का हिस्सा बना पता ही नहीं
चला । जो आँखें बंद करती हूँ, तो वही
मुस्कुराता चेहरा पाती हूँ, पर आँखें खुलते
ही मैं उसे देखना भी नहीं चाहती हूँ।
( कह लड़की, लड़के की आँखों में देखती है। पर लड़का आँखें झुका लेता है। लड़की भी मुड़ कर जाने लगती है, लड़का रोकने के लिए हाथ बढ़ाता है पर रोक नहीं पाता है। लड़की की आँखों में दर्द था, जो आँसू बन बहता है। )
इन आँसुओं में ,आज भी
तेरा चेहरा है
सवालों का भी ,इनमें
लगा कड़ा पहरा है ,
कि बहते हैं , फिर भी मुझसे
ये कहते हैं
क्यूँ याद कर तुमको
हम जला करते हैं
क्यूँ आज भी तुमसे हम
वफा करते हैं
दुआओं में तुमको ही
रखा करते हैं ......
तेरी बेवफ़ाई में , क्यूँ हम रोते हैं
कह कर ये हमसे ,
यूँ ही ख़फ़ा होते हैं
ख़फ़ा होते हैं.....
( लड़की आँखें बंद करती है , तो पिछली कुछ यादें उसकी ताजा हो जाती हैं। लड़के के बैग में जब वो एक divorce ऐप्लिकेशन देखती है। जो किसी सात साल पुरानी शादी का था। अपने मंगलसूत्र को देख वो रोने लगती है। )
इन आँसुओं में , आज भी
तेरा चेहरा है
तेरी बेवफ़ाई का ये ,दर्द गहरा है
कि चाह कर भी तुमको हम
भुला ना सके हैं
आदतों को तेरी हम ना
बदल सके हैं
टूटे दिल में भी तेरा
नाम बसाए हुए हैं
साथ छुटा फिर भी तुमसे
जुदा ना हुए हैं
लाख कारण हैं, फिर भी
हम रुस्वा नहीं है
ना जाने कैसी चाहत की
बीमारी लगी
कि हँसकर भी रोते हैं हम,
रोकर भी हँसते हैं
हर पल में बस , तुम्हीं को हम
जीते हैं
तुम्हीं को हम जीते हैं.......
( लड़की के हाथ में पेपर देख, लड़का उससे माफी मांगने लगता है। ये सब जल्द ही खत्म हो जाएगा कह माफी मांगने लगता है । तुम पहले से शादी शुदा हो कह लड़की बहुत झगड़ती है , तुमने मुझे मेरे घर वालों को धोखा दिया कह लड़ती है उससे। पर प्यार जो करती है उससे, इसलिए उसे एक मौका देती है। )
कि तुम्हारी गलतियों को हम
भूल समझ बैठे थे
तुम ऐसे नहीं हो कह
खुद से लड़ बैठे थे
इस दिल को गुलाम तुम्हारा
जीवन को साथ तुम्हारा
कह हकीकत से हम
आँख मूँद बैठे थे
आँसुओं को सौगात समझ
आँख मूँद बैठे थे
आंसुओं में भी बस तेरा
चेहरा देख बैठे थे
चेहरा देख बैठे थे ....
......... part 02 coming soon