26 जुलाई 2023
इस वक्त सर मानव को स्वहित के सामने दुनिया को सेवा देना फीका नजर आता है। आभशम आदमी हर क्षेत्र में ठगा हुआ महसूस कर रहा है । फिर वह देश की प्रगति के झूठे दावे हो या मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं रोटी , कप