गीता से शान्ति
भगवद्गीता साक्षात भगवान के श्रीमुख का सीधा प्रसारण है। बैचेन एवं उद्विग्न मन के लिए ऐसी कोई भी चीज नही है जो गीता में न हो।
लगभग 5100 वर्ष पुराने इस गीता ग्रन्थ में हमारे मन की शान्ति के अनेक उपाय भरे पड़े हैं। बस आवश्यकता है तो केवल गीता पढ़ने की।
जो भी मन लगाकर गीता पढ़ेगा उसे शान्ति अवश्य मिलेगी। और यदि कोई गीता को समझ कर पढ़ेगा उसे तो नित्य नए नए भाव मिलेंगे और जीवन की संबंधित सभी समस्याओं का समाधान मिलता जायेगा।
गीता प्रेस गोरखपुर से प्रकाशित गीता प्रामाणिक है।