इन दिनों रूस और यूक्रेन के मध्य चल रहे युद्ध को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया पर अनेक बार खबरें चलाई जा रही हैं और सम्पूर्ण विश्व में भय का वातावरण निर्मित किया जा रहा है। मीडिया द्वारा प्रचारित प्रसारित खबरों के कारण हमारी ऊर्जा भी आंदोलित हो रही है और तो और इस युद्ध में परेशान हुई आत्माओं के स्पंदन (वायब्रेशन) भी वातावरण में व्याप्त होकर हम भारतीयों को भी प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करेंगे।
हृदयस्थ परमात्मा की प्रेरणा से मुझे जो उदगार मिले उनसे आपको अवगत करवा रहा हूं , इस भगवद प्रेरणा में हमारे कर्तव्य छिपे हैं कि इस समय में हमें क्या करना चाहिए ताकि हमारे स्पंदन, हमारी ऊर्जा संतुलित रहे और यह संकट काल टल जाए, आइए जानें:
१. प्रातः नींद से जगने के बाद बिस्तर पर शांतिपूर्वक बैठ जाएं और संकल्प करें कि:
मैं शक्तिशाली आत्मा हूं, मैं स्वस्थ हूं, खुश हूं, संपन्न हूं।
(यह संकल्प चार पांच बार दोहराएं)
२. बच्चों के सामने युद्ध की बातें न करें और न ही अपने परिवार में युद्ध की बातों को अधिक दोहराएं।
३. भगवान के नाम का जप करें, ॐ जप करें, भगवदगीता पढ़ें, संत दर्शन करें, देव दर्शन करें, सत्साहित्य पढ़ें।
४. रूस यूक्रेन युद्ध टल जाए, समाप्त हो जाए, ऐसी प्रार्थना करते रहें।
५. आप शक्तिशाली आत्मा हैं, शुद्ध आत्मा हैं, बुद्ध आत्मा है और भगवान तथा भगवान की ऊर्जा से सब ओर से घिरे हुए हैं, सुरक्षित हैं, ऐसा भाव बराबर बनाए रखें। भाव का बड़ा प्रभाव पड़ता है।
आप सब दिव्य आत्माओं की मंगलकामनाओं के साथ आपकी चरण वंदना करता हुआ आपका अपना अभिन्न हृदय:
बोहरीदास दईया
(गीता प्रचारक)
अखिल विश्व गीता प्रचार परिवार (गीता परिवार) चौहटन