15 अक्टूबर 2015
1 फ़ॉलोअर्स
मेरे बारे जो राय आपकी,मेरे बारे जो राय आपकी,मेरे बारे जो राय आपकी,मेरे बारे जो राय आपकीD
शब्द नगरी के सम्मानित विद्वजन को प्रणाम करते हुए कहूँगा क़ि ये छंद एक कठिन छन्दों में गिना जाता है इसे राग भैरवी और कल्याणपुरी में सहज गाया जाता है बिना किसी मात्रा पतन के इस रचना को साधा है माँ वीणा के आशीर्वाद से अच्छा लगे तो प्रोत्साहित अवश्य करें नमन सभी को ।
15 अक्टूबर 2015