9 दिसम्बर 2017
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वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलतेD
उपासना जी ---- कहानी बहुत अच्छी है | आगे भी लिखती रहिये | आप में लिखने की काफी प्रतिभा है | बस उसे निरंतर लिखते रहने से थोड़ा सा निखारना शेष है |शुभ कामनाएं |
9 दिसम्बर 2017
upashna ji bhut kismt Wale hote h wo log jinhe schha pyar milta h...but kuch aeise bhi log h jinhe pyar me Dhokha hi milta h
9 दिसम्बर 2017