उपासना पाण्डेय
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वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते,वक़्त कभी नही रुकता ऐ मुसाफ़िर तुम चलते चलो मंजिल मिल ही जायेगी चलते चलते
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