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भारत कहने को तो आजाद हो गया है, पर अभी तक हम गुलामी से मुक्त नहीं हो पाए। यहां हमारे ग्रंथों की , ऐतिहासिक नामों की जो संज्ञा है उसके साथ बहुत छेड़ _छाड़ की जा रही है। जबकि संज्ञा जो है वह
🔥 सोम के विषय में आदरणीय अरुण मानव जी ने आज जिज्ञासा प्रकट की है। यहाँ सोम को लेकर कुछ विमर्श: जितना थोड़ा-बहुत जान पाया अब तक। यह सम्पूर्ण नहीं। □□□ सोम : हमारे आनंद