प्रिये देशवाशियो।
हम दिल्ली के लोग देश को सन्देश देना चाहते है की देश नेताओं की दलाली से तंग आ चुकी है दलाली बंद होनी चाहिए। हम सन्देश देना चाहते है की देश नेताओं और बाबुओं की रिश्वतखोरी से तंग आ चुकी है रिश्वत खोरी बंद होनी चाहिए। हम देश के लोगों को सन्देश देना चाहते है की नेता और सरकार कॉर्पोरेट जगत के बड़े बड़े लोगो के लिए काम करना बंद करे। हम देश को सन्देश देना चाहते है की हमारे बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बंद करे सरकार। हम सन्देश देना चाहते है की देश की अव्यवश्थाओं पर सवाल खड़ा करने वालों को नक्सली कहना बंद करे। हम सन्देश देना चाहते है की धरना के जरिये जो इस देश के लोगो को कुछ सवाल पूछने का अधिकार दिया है उसे अराजक कहना बंद करे। सबके लिए सामान शिक्षा का अधिकार होना चाहिए सबको चिकित्सा का सामान सुविधा मिलना चाहिए। हम चाहते है की जिन दवा कम्पनिओं के दबाव में आकर मुफ्त दवाइयों के लिस्ट को काम किये गया उसे पूरा किया जाये । देश के लोग चाहते है की जिस कालेधन का सपना दिखया गया वो कालाधन खुद नेता ना खा जाये उससे देश के लोगो को फायदा मिले। हम चाहते है की जान सुविधाओं के लिए सरकार काम करे ना की बड़े बड़े लोगो की सुविधाओं के लिए। हम चाहते है की गरीब बच्चो को शिक्षा की वही सुविधा मिले जो आमिर के बच्चो को मिलती है हम चाहते है की गरीब की जिंदगी ऐसी हो जिसमे उसे सम्मान के साथ रोटी कपड़ा और माकन का हक़ मिल सके। ऐसे बहुत सरे सन्देश हम देना चाहते है जो नेताओं के मुह से तो सुनते है पर वो झुटे सावित होते है हम चाहते है की वो सरे सपने जो इन्होने दिखाए है पुरे हो ये सपने ही ना रह जाये।
केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की जीत में केवल दिल्ली की जनता का ही सहयोग नहीं है बल्कि बीजेपी के बड़े बड़े फेकू नेताओं का भी बहुत बड़ा योगदान है इनके फेकने का अंदाज़ जनता को पसंद नहीं आया। ये उन नेताओं के प्रति गुस्से का इजहार है जो लोगों को बेवकूफ और अपने को धूर्त समझते है। ये उन नेताओं की हार है जो ये समझते है की कालाधन का सपना दिखा कर सारा कालाधन खुद अपने खा जायेंगे और जनता को बेवकूफ बनाते रहेंगे। ये उन नेताओं की हार है जो ये समझने की भूल कर बैठे है की इस देश को हिन्दू राष्ट्र बनाकर दूसरे मज़हब के लोगों को यहाँ से भगा देंगे। जनता ये सोचती है की दूसरे मज़हब के लोग अगर इस देश में न भी रहे तो क्या हमें दो वक्त की रोटी मिल जाएगी क्या हमारा अपना घर का सपना पूरा हो जायेगा क्या हमारे बच्चो और परिवार को सही चिकित्सा उपलब्ध हो जाएगी क्या हमारे तन पे कपडा नसीब होगा क्या हमारे घरों में रोज चूल्हा जलेगा क्या हमें काम करने का अधिकार मिलेगा क्या हमारी बेरोजगारी दूर हो जाएगी। क्या हमारे गाओं से अशिक्षा दूर होगी। मुझे लगता है की बीजेपी फिर बिहार में इस गलती को नहीं दुहरायेगी और बिहार आने से पहले केंद्र की सरकार धरातल पर लोगों के लिए कुछ काम करके दिखाएगी केवल अडानी और अम्बानी के फायदे के लिए काम नहीं करेगी आम जनता से नरेंद्र मोदी ने वायदे किये है उन्हें पूरा करके आएगी। अगर बीजेपी ऐसा नहीं करती है बिहार की जनता भी उसे धूल चटा देगी जैसा दिल्ली में किया।