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डॉ. पीयूष रंजन का जन्म बिहार राज्य के बेगूसराय जिले में हुआ । उनकी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय, बरौनी उर्वरक नगर, बेगूसराय में हुई। उन्होंने एम.बी.बी.एस. और एम. डी. की शिक्षा राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान, राँची से प्राप्त की। तत्पश्चात, उन्होंने लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली से सीनियर रेजिडेंसी का प्रशिक्षण प्राप्त किया । चिकित्सकीय सेवा का प्रारंभ, उन्होंने देश के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा शिक्षण केंद्र, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली से किया। संप्रति, उसी संस्थान के काय चिकित्सा विभाग में अतिरिक्त प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। विज्ञान का विद्यार्थी होने और फिर चिकित्सकीय सेवा में आने के बावजूद प्रारंभ से ही उनकी हिंदी भाषा और साहित्य में गहरी रुचि रही है ।‘इंद्रधनुष के कितने रंग' उनकी रचनाओं का पहला संग्रह है, जिसमें उन्होंने अपने गीत, गजल और कविताओं को प्रस्तुत किया है।

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इंद्रधनुष के कितने रंग

इंद्रधनुष के कितने रंग

भावनाओं के कई रंग होते हैं और सभी रंगों का अपना एक अलग ही मजा होता है। जब से जिंदगी को समझा है, जिंदगी को सिर्फ अपने दिल की सुनकर, भावनाओं से परिपूर्ण जीया है। यह पुस्तक इंसान के इंद्रधनुषी भावनाओं के उन रंगों को सहेजने का एक प्रयास है, जिसका अनुभव ज

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प्रिंट बुक:

300/-

इंद्रधनुष के कितने रंग

इंद्रधनुष के कितने रंग

भावनाओं के कई रंग होते हैं और सभी रंगों का अपना एक अलग ही मजा होता है। जब से जिंदगी को समझा है, जिंदगी को सिर्फ अपने दिल की सुनकर, भावनाओं से परिपूर्ण जीया है। यह पुस्तक इंसान के इंद्रधनुषी भावनाओं के उन रंगों को सहेजने का एक प्रयास है, जिसका अनुभव ज

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