सारी ज़िंदगी एक लम्हे में सिमट गयी हो जैसे सांसो की लड़ी टूट कर फिर जुड़ गयी हो जैसे उनका आना मेरी ज़िंदगी में कुछ यूँ हुआ यारो रेत मे प्यासे को कोई बूँद मिल गयी हो जैसे उनके हुस्न का जादू ही कुछ ऐसा था अमावस में चांदनी बिखर गयी हो जैसे उनका वो साथ बस चंद लम्हों का था मगर उन लम्हो में ज़िंदगी गुज़र गयी हो जैसे