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"सद्ज्ञान हमें दो माँ"

17 नवम्बर 2015

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           सद्ज्ञान हमें दो माँ , विज्ञान हमें दो माँ । 

           हो दूर अँधेरा जिससे ,दिनमान हमें दो माँ ॥ 

हम करें साधना मिलकर , संगठन शक्ति अपनाएँ ,

हम ज्ञान मशालें लेकर , घर-घर में दीप जलाएँ ,

जग की जड़ता हरने ,गुरु ज्ञान हमें दो माँ ।

हो दूर अँधेरा जिससे ,दिनमान हमें दो माँ ॥ 

           हम साधन शक्ति लगाकर ,संगठन बनाएँगे ,

           श्रम,सेवा से भरकर ,देवत्व  जगाएँगे ,

           हर मनुज सुमन-सा विहले,मुस्कान हमें दो माँ ।

           हो दूर अँधेरा जिससे,दिनमान हमें दो माँ ॥  

                                                      

                                                             साभार - विष्णु कुमार शर्मा 'कुमार '

(युग निर्माण योजना - नवम्बर २०१५)

   


 

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           सद्ज्ञान हमें दो माँ , विज्ञान हमें दो माँ ।            हो दूर अँधेरा जिससे ,दिनमान हमें दो माँ ॥ हम करें साधना मिलकर , संगठन शक्ति अपनाएँ ,हम ज्ञान मशालें लेकर , घर-घर में दीप जलाएँ ,जग की जड़ता हरने ,गुरु ज्ञान हमें दो माँ ।हो दूर अँधेरा जिससे ,दिनमान हमें दो माँ ॥            हम साधन शक्

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