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जीवन

2 फरवरी 2015

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जाने हैं वो कौन नगरीया, आये जाये खत ना खबरीयां आये जब जब उन की यादें, आये होठों पे फ़र्यादे जा के फिर ना आनेवाले, जाने चले जाते हैं कहा

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