काश! हम में से कोई झुक जाता
तो यह रिश्ता खत्म ना होता...
काश! अमेरिका नाटो की बात न करता
तो यह युद्ध शुरू ना होता...
काश! यूक्रेन झुक जाता
तो युद्ध के बाद...
सभ्य असभ्य मानवता पर
कविताएं- कहानियां लिखी न जाती।
- विनीत मिश्र
3 मार्च 2022
काश! हम में से कोई झुक जाता
तो यह रिश्ता खत्म ना होता...
काश! अमेरिका नाटो की बात न करता
तो यह युद्ध शुरू ना होता...
काश! यूक्रेन झुक जाता
तो युद्ध के बाद...
सभ्य असभ्य मानवता पर
कविताएं- कहानियां लिखी न जाती।
- विनीत मिश्र