मैं सारी जिंदगी बस अपने काम के पिछे भागता रहा कभी भी अपने पति और बच्चों को समय नहीं दिया कभी उनके साथ वक्त नहीं बिताया, मुझे लगता था कि मैं उन्हें बेशूमार दौलत दे रहा हूं ऐसो आराम दें रहा हूं तो उन्हें इनके अलावा और क्या चाहिए लेकिन.... लेकिन सच तो ये है कि परिवार को हमारा साथ चाहिए, वे चाहते है कि हम उनके साथ वक्त बिताए.... पर मुझे यह तब समझ आया जब वो लोग मुझे छोड़कर चले गए... अब ये सारी दौलत का क्या फायदा जब मेरा परिवार साथ नहीं है।
"सब ठीक हो जाएगा बाॅस आप ऐसे उदास मत हो, एक बार उन्हें समझाइए कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं और आप पहले से बिल्कुल बदल गए है तो मुझे पुरा यकीन है कि आपका परिवार वापस आपके पास होगा" मनोज ने बाॅस को दिलासा दिलाते हुए बोला।
"हम्म कोशिश करूंगा आज उनकी पुरानी यादें सोचकर मन प्रसन्न हो गया था खैर तुम ऐसा करो आज अपना काम खत्म कर लो फिर कल चले जाना वैसे भी अभी ऑफिस में ज्यादा काम नहीं है" बाॅस बोले।
मनोज "थैंक यू सर कहकर" बॉस के केबिन से बाहर निकला और खुद से ही बढ़ बढ़ाते हुए बोला "बुरा हुआ बाॅस के साथ पर उन्होंने गलती ही ऐसी की थी तो वो सब तो होना ही था खैर मुझे ऐसा बिल्कुल नहीं करना मैं अपनी फैमिली को अब टाइम दुंगा।
यह कहकर मनोज जल्दी-जल्दी अपना काम निपटाने लगा लेकिन काम करते-करते कब शाम हो गई उसे पता ही नहीं चला वह जल्दी ऑफिस का काम खत्म करके अपने रूम में पहुंचा और फ्रेश होकर खाना बनाने लगा। इसी सब में रात के 12 बज गए वह बेड में जैसे ही थक कर लेटा तभी उसे याद आया कि बैक तो पैक ही नहीं किया वह अपना सर पकड़ कर बैठ गया "ओह सीट यार, बैकपैक तो करना ही भूल गया" वह वापस उठा और बैकपैक करने लगा।
तभी उसके मोबाइल पर एक नोटिफिकेशन रिंग बज उठा वह मोबाइल हाथ में लेकर देखा तो व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से एक मैसेज आया था डीपी पर एक प्यारे से बच्चे का फोटो लगा था मनोज ने उनका चैट देखा उधर से मैसेज आया था "हेलो"
मनोज कुछ देर सोचते हुए बोला "कौन हो सकती है यह...!" जिसके बाद मनोज ने मैसेज किया "हांजी बोलिए"
उधर से जवाब आया "आई लव यू 😘"
यह देखकर मनोज हंसते हुए बोला "अरे कौन हो आप !
उधर से जवाब आया "जी सोनम"
"नाइस नेम" मनोज बोला उसके बाद फिर सवाल किया "बट कौन सोनम"
सोनम का जवाब आया "थैंक यू डियर, आप मुझे नहीं जानते बट मैं आपको जानती हूं"
मनोज कुछ देर सोचते हुए बोला "वह कैसे...?"
"आपने आई लव यू का जवाब नहीं दिया☺️" सोनम बोली
"बिना जान पहचान के प्यार नहीं होता मिस" मनोज बोला।
यह कहकर मनोज अपने कपड़े बैग में डालने लगा तभी सोनम का फिर से मैसेज आया "तो जान लीजिए ना उसमें क्या है🥰"
यह सुनकर मनोज मुस्कुराते हुए फिर मोबाइल लेकर बैठ गया "अच्छा तो बताइए आप कैसे जानते हो मुझे"
"मिलिए ना कहीं फिर बताउंगी आप बस यह बताइए कहां आना है, हम तो सात समुंदर पार करके भी आ सकते हैं आपके लिए😘" सोनम ने जवाब दिया।
"ओह यह कुछ ज्यादा फिल्मी नहीं हो गया😁" मनोज हंसते हुए बोला।
"नहीं तो आप अभी हमें जाने ही कहां हो जनाब☺️" सोनम भी मुस्कुराते हुए बोली।
"जानने की ही तो कोशिश कर रहा हूं आपको" मनोज बोला।
"तो क्या जानना है बताइए ना जान रख देंगे आपके लिए" सोनम बोली।
यह सब सुनकर मनोज ने सोनम का नंबर चेक किया तो उसका नंबर भी सोनम टंडन करके सही बता रहा था तो मनोज बोला "चलिए मान लेते हैं आपकी बात को बताइए कैसे जानते हो आप मुझे"
"आपको ऑफिस जाती देखी हूं" सोनम ने जवाब दिया।
"कौन से ऑफिस ?" मनोज से सवाल किया।
"मुझे क्या पता आप कौन से ऑफिस जाते हो, सूट-बूट पहन कर जा रहे थे तो लगा कहीं जॉब करते होंगें " सोनम ने जवाब दिया।
"हां वैसे यह बताइए कब देखे हो आप मुझे"
"दो सप्ताह पहले देखी थी आपको और आप क्या इसमें लग गए कि कब देखा है कहां देखा है क्या बताऊं जब से देखी हूं तब से बेकरार थी आप से बात करने के लिए
"ओह ऐसा क्या" मनोज चौंकते हुए बोला।
"आप इतने शाक्ड क्यूं हो रहें हैं...!! क्या पहली बार किसी लड़की ने प्रपोज किया है आपको" सोनम ने सवाल किया।
मनोज बोला "नहीं तो"
सोनम मुस्कुराते हुए बोली "तो फिर थोड़ा चिल यार इतने कुल और स्मार्ट हो क्या बताऊ अब मैं"
"ओहो तारीफें" मनोज ने स्माइल किया।
"तारीफ के काबिल हो जनाब आप" सोनम प्यार से बोलीं।
"अच्छा जी ऐसा हैं क्या" मनोज भी मुस्कुराते हुए बोला।
®®®Ꭰɪɴᴇꜱʜ Ꭰɪᴠᴀᴋᴀʀ"Ᏼᴜɴɴʏ"✍️