कृष्ण को समझना है तो प्रेम करके तो देखो । विरह वेदना क्या होती है सह के दो तो देखो । प्रेम में मिलना सभी के लिए मुमकिन है, बिछड़ कर जीना क्या है कभी प्रेम करके तो देखो। प्रेम में वादे सभी करते हैं हमेशा, खामोशी में भी वियोग कितना है देखो। खतो का हिसाब सब रखते हैं लेकिन, अनकही बातों के हिसाब रख कर तो देखो। प्रेम समझना हर किसी के बस की बात नहीं, रात भर जागकर उसके लिए रो कर तो देखो। प्रेम की पवित्रता कृष्ण ने सिखलाई है, कभी मीरा सी प्रीत,किसी से लगा कर तो देखो। घर छोड़ा विष का प्याला पिया दीवानी बन के डोली, तब समझोगे कभी कृष्ण कृष्ण करके तो देखो।