Priyanka Saini BA final year ki student hu. Mujhe kitaben aur kahaniyan likhane ka bahut shauk hai. Thank you Shabd ine Jo aapane mujhe Aisa mauka diya.
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मन के स्वर
प्रिय सखी मनमीत, आज मैंने तुम्हें बहुत इंतजार करवाया। तुम मुझे माफ़ करना लेकिन, मुझे अब भी समय मिला हैं।आज सुबह उठी तो पूरे दिन कमर में हल्का -हल्का दर्द महसूस हो रहा
मां तुने बहुत कष्ट सहकर मुझे जन्म दिया।पाल-पोसकर बड़ा किया।और मैं नादान,तुझे अनपढ़, गंवार और,ना जाने क्या-क्या कहती गई।तुने मेरे लिए कितना कुछ किया इसका,अहसास मुझे कुछ समय पहले हुआ।जब असहनीय दर्द सह
पिया संग ले चलो चाहे जहां ले चलो मायका तो मुझको लगता अब पराया तेरा साथ लगता न्यारा और प्यारा पिया .............. चाहे.....…........ झोंपड़ी में रखना चाहे महल के अंदर सारी दुनिया छोड़ चलूंगी मैं
प्रिय सखी मनमीत, अब मुझे फुर्सत मिली है। सुबह से बहुत व्यस्त हुं। सुबह छः बजे उठी। उठने के बाद कमजोरी महसूस हो रही थी और चक्कर आ रहे थे। जैसे -तैसे तैयार हुई और रेलवे स्टेशन पहुंची।अपने लि
महावारी हर लड़की को आती है....पेट दर्द और कमर दर्द के साथ,बहते हुए खुन और सिरदर्द के साथ,महावारी हर लड़की को आती है....मन की बैचेनी और चिड़चिड़ापनशरीर में दर्द और मन की तकलीफ़को अपने संग में लेकर हर म
प्रिय सखी मनमीत, आज सुबह जब बिस्तर से उठी तो कमर दर्द हो रहा था और कमजोरी भी महसूस हो रही थी।..... हां, तुम्हारा अंदाजा बिल्क
आज सुबह जब उठी तो हल्का सा कमर दर्द महसूस हो रहा था। थोड़ी बहुत कमजोरी भी महसूस हो रही थी। कुछ समय बाद मुझे माहावारी आ गई। नहाकर थोड़ा रेस्ट किया।अब खाना खाकर पढ़ाई करुंगी कल मेरा बीए फाईनल ईयर का एग्
मेरे पापा! प्यारे पापा! मेरी बात मानो पापा इतनी जल्दी करके शादी खुद से दूर मत करो पापा अभी तो मैंने सपने देखे उनको पूरा होने दो पापा मेरे पापा !प्यारे पापा! मेरी बात मानो पापा खूब पढ़ाई करने दो पापा अ