मां तुने बहुत कष्ट सहकर मुझे जन्म दिया।
पाल-पोसकर बड़ा किया।
और मैं नादान,तुझे अनपढ़, गंवार और,
ना जाने क्या-क्या कहती गई।
तुने मेरे लिए कितना कुछ किया इसका,
अहसास मुझे कुछ समय पहले हुआ।
जब असहनीय दर्द सहकर,
अपनी गुड़िया को जन्म दिया।
मां!आज सही मायने में मैं तेरी बेटी बन गई।
क्योंकि आज तेरी तपस्या का मुझको,
कुछ थोड़ा बहुत अहसास हुआ।
मां!आज सही मायने में मैं तेरी बेटी बन गई।