नारी शक्ति
"विश्व महिला दिवस " कुछ पंक्तिया शीर्षक है "हा एक नारी हु मै"1. हा एक नारी हु मै, औरो के सपनो पर जीती हु, घर के किसी कोने में रोती हु; बिलखती हु, लोगो की नजरों में बिचारी हु मै, हा एक नारी हु मै.........2.अपमानों का घुट पीकर रह जाती हूं मैं, कभी दहेज के लिए , कभी सिरफिरे आशिक के लिए जला दी जाती हूं