shabd-logo

Mehandi designs- Bhag 2

29 मई 2016

539 बार देखा गया 539
featured imageदोस्तो, पेश है चुनिंदा मेंहदी डिज़ाइन। इनमें कुछ अरेबियन (Arebian) है, कुछ सरल (simpal) जब हमारे पास वक्त की कमी रहती है तब बनाई जाने वाली..., तो कुछ आधुनिक।  Mehandi designs- Bhag 2 | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

ज्योति की अन्य किताबें

1

Kitchen Tips-Bhag 7

15 मई 2016
0
7
0

नीचे दिए हुए सारे किचन टिप्स शायद आपको नए न लगें, लेकिन कुछ टिप्स काम के ज़रूर लगेंगे! Kitchen Tips-Bhag 7 | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

2

क्या वास्तव में स्वर्ग और नर्क है??

24 मई 2016
0
3
3

मरने के बाद स्वर्ग पाने के लिए इंसान कितने पापड़ बेलता है! लेकिन क्या आपके मन में कभी भी यह शंका नहीं आई कि क्या वास्तव में स्वर्ग और नर्क है या नहीं? क्या वास्तव में स्वर्ग और नर्क है?? | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

3

Mehandi designs- Bhag 2

29 मई 2016
0
4
0

दोस्तो, पेश है चुनिंदा मेंहदी डिज़ाइन। इनमें कुछ अरेबियन (Arebian) है, कुछ सरल (simpal) जब हमारे पास वक्त की कमी रहती है तब बनाई जाने वाली..., तो कुछ आधुनिक। Mehandi designs- Bhag 2 | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

4

चाय मसाला बनाने की विधि

16 जून 2016
0
13
2

आज हमारे दिन की शुरवात ही चाय से होती है। क्या आपको स्पेशल चाय पसंद है? स्पेशल चाय के लिए चाय मसाला भी तो स्पेशल ही चाहिए न! चाय के लिए कहा जाता है कि "सुस्ती हटावें, स्फुर्ति दिलावे, सकल दर्द मिट जाय, जगत में चाय बड़ी बलवान!” तो आइए, आज हम बनाते है, चाय मसाला।सामग्री-• सौंठ-                     125

5

नारी अत्याचार की क्रृरतम कुप्रथाएं

19 जून 2016
0
3
1

आज पुरुष और नारी समानता का युग होने के बावज़ूद, अभी भी नारी अत्याचार की इतनी घिनौनी कुप्रथाएं मौजूद है कि जिन्हें जानकर आप दाँतों तले उंगली दबा देंगे। नारी अत्याचार की क्रृरतम कुप्रथाएं | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

6

व्यंग- पैदा करेंगी आम जनता...पालेंगी सरकार...!!

26 जून 2016
0
0
0

जब भारत सरकार जन्म के पहले से लेकर मृत्यु के बाद तक हर कदम पर, हर तरह की सरकारी सहायता कराने के लिए वचनबद्ध है, तो भारत की आबादी दिन दूनी रात चौगुनी गती से क्यों नहीं बढ़ेंगी!!! व्यंग- पैदा करेंगी आम जनता...पालेंगी सरकार...!! | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

7

किचन टिप्स- भाग 8

3 जुलाई 2016
0
2
1

दोस्तो, नीचे दिए हुए सारे किचन टिप्स शायद आपको नए न लगें, लेकिन कुछ टिप्स काम के ज़रूर लगेंगे! किचन टिप्स- भाग 8 | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

8

हरी मिर्च का ठेचा

10 जुलाई 2016
0
4
1

हरी मिर्च का ठेचा यह मुख्यत: महाराष्ट्र में बनाई जाने वाली एक प्रकार की चटनी है। इसे खलबत्ते में ठेचा (कुटा) जाता है इसलिए इसे ठेचा कहते है।  यदि आप इसे खलबत्ते में कुटना न चाहे, तो मिक्सर में भी पीस सकते है। बस एकदम महीन (चिकनी) नहीं पिसना है।सामग्री-•  हरी मिर्च- 15-20 • लहसुन- 1 ग़ठान • नमक- स्वाद

9

बेटी बचाओ अभियान | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

15 जुलाई 2016
0
2
0

कितनी विचित्र बात है कि कन्या भ्रूण हत्या कर माता-पिता अत्यंत निर्दयता से अपने ही अंश की जान ले लेते है। जो ब्रम्ह-हत्या से भी बड़ा पाप है। जिसका कोई प्रायश्चित नहीं है। जीवन लेने का हक़ तो केवल उसी को है जो जीवन देता है। फिर हम किस अधिकार से जन्म लेने से पहले ही कन्याओं को मार देते है? बेटी बचाओ अभिय

10

इसे कहते है सच्ची समाजसेवा!!! | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

17 जुलाई 2016
0
0
0

आदित्य तिवारी, एक ऐसे व्यक्ति है, जो न तो बड़े नेता है और न ही कोई बड़े अधिकारी। फिर भी उन्होंंने समाजसेवा का उत्कृष्ट कार्य किया है। इसे कहते है सच्ची समाजसेवा!!! | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

11

यदि मेरे माता-पिता देख रहे होते...! | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

24 जुलाई 2016
0
1
0

एक ऐसा सवाल, जो हम सब की जिंदगी बदल सकता है। हमें अनैतिक कार्य करने से रोक सकता है! यदि मेरे माता-पिता देख रहे होते...! | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

12

घर की साफ-सफाई हेतु उपयोगी टिप्स | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

31 जुलाई 2016
0
0
0

घर में कई बार, कई घरेलु वस्तुओं की साफ-सफाई करना टेढ़ी खीर साबित होता है। ये छोटी-छोटी बातें इन कामों में मददगार साबित हो सकती है।  घर की साफ-सफाई हेतु उपयोगी टिप्स | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

13

बुलंदशहरों की बुलंदियों को कब तक लगता रहेगा ग्रहण?? | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

7 अगस्त 2016
0
1
0

जिसने एक बार हलाहल पान किया, वो सदियों से निलकंठ बन पूजा गया! बलात्कार पीड़िता हर रोज थोड़ा-थोड़ा विषपान करती है, है कोई उपाय जो पीड़िता का ताप कम कर सकेगा???

14

आज़ादी : क्या खोया, क्या पाया? | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

15 अगस्त 2016
0
2
1

मन में सवाल आता है कि इस आजादी से हमें क्या मिला? आज कितने भी बिगड़े हालात पर हम खुलकर लिख-बोल सकते है, ये क्या कम है? दुनिया के बड़े से बड़े और शक्तिशाली देश अब हमारे साथ बराबरी का रिश्ता रखना चाहते है। आज़ादी : क्या खोया, क्या पाया? | आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए