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मेरे दिल से की डायरी

मेरे दिल से की डायरी

मेरे द्वारा रचित कविताएं हैं, मेरी कविताएं जीवन की अनुभूतियों और नारी जीवन की उथल पुथल, नारी जाति की सोच और उसके मनोभावों की अभिव्यक्ति है । एक कवित्री के नाते मुझे पूरा विश्वास है मेरी रचनाएं पाठकों को पसंद आयेगी । कवित्री उषा सिंह

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11 common.articles

निःशुल्क

मेरे दिल से की डायरी

मेरे दिल से की डायरी

मेरे द्वारा रचित कविताएं हैं, मेरी कविताएं जीवन की अनुभूतियों और नारी जीवन की उथल पुथल, नारी जाति की सोच और उसके मनोभावों की अभिव्यक्ति है । एक कवित्री के नाते मुझे पूरा विश्वास है मेरी रचनाएं पाठकों को पसंद आयेगी । कवित्री उषा सिंह

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शहीद दिवस

23 मार्च 2022
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शहीद दिवसदेश के वीर शहीदों को ,मेरा शत -शत नमन ,जो देश की आजादी के लिएहंसते-हसते फांसी के फंदे पर झूल गए,अपने जवानी की कुर्बानी दे गये,देश में अपना नाम अमर कर गए,सच्चे वीरों की कहानी गाता इतिहास है,दे

जंग

23 मार्च 2022
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सूनी आंखें देख रही है ,जीवन का संग्राम,पल-पल बीत रहा है,नहीं कोई अंजाम,आशाओं का दीप बुझा है,निराशाओं का पैगाम,कैसे इंसान जिएभगवान बस तेरा है नाम।

मंजिल

23 मार्च 2022
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मंजिलकिसी की आलोचनाओं से,घबराने वाले,अपने मंजिल से अकसर ,भटक जाते है,निगाहें लक्ष्य पर टिकी रहती ,जिनकी,सफल होकरमंजिल पर पहुंच जाते हैं।

होली में इंतजार

16 मार्च 2022
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होली का दिन आया नजदीकअभी तुम घर नही आएइंतजार में थके मेरे नयना,अभी तुम घर नहीं आएदिल में मचा है हलचलकोयल की कूक करे मन बेकरार,अभी तुम नहीं आए,शाम होते घर आ जाते,सखी सब मिल खेलेंगी होली,मै तुमको लगाती

मंजिल

16 मार्च 2022
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मंजिलकिसी की आलोचनाओं से,घबराने वाले,अपने मंजिल से अकसर ,भटक जाते है,निगाहें लक्ष्य पर टिकी रहती ,जिनकी,सफल होकरमंजिल पर पहुंच जाते हैं।

जंग

16 मार्च 2022
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जंगसूनी आंखें देख रही है ,जीवन का संग्राम,पल-पल बीत रहा है,नहीं कोई अंजाम,आशाओं का दीप बुझा है,निराशाओं का पैगाम,कैसे इंसान जिएभगवान बस तेरा है नाम।

मेरी कविताएं

16 मार्च 2022
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मेरी कविताएं कविशाला में प्रकाशित होती हैं मैं २०२१ में टॉप टेन कवियों में मेरा नाम है, हम लोगों की कविताएं ११ लाख से अधिक पाठकों ने पढ़ा है ।

वतन की वापसी

16 मार्च 2022
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वतन की वापसीकैसा वक्त का साया है,ऐसा मंजर देख सभी का,मन घबराया है,परदेश बसे बच्चे हैं,मां के हाथ में फोटो,आंखों में आसूं है,अंतस में पीड़ा ए कैसी बेबसी है,रो -रो कर मां तड़प रही,पिता करे विचार आएगा मे

बंधन

16 मार्च 2022
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*बंधन*मेरी अपनी सोच,जब हमने छुपकर देखा उनको,महसूस हुआ कुछ ऐसा,ए मेरे जीवन साथी है,स्वभाव होगा कैसा,जब पहली बार मिले,प्यार के फूल खिले,हम सफर बन जीवन ,के पथ पर निकले,बीते दिन की यादें,आज भी खोए रहते है

होली गीत

16 मार्च 2022
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होली गीतमै तो आयी सासू जी की चोरी,अरे देवर रंग ना डालो,भीगेगी मेरी तन सारी ,अरे देवर रंग ना डालो,सारी के बदले भाभी ,सारी पहनाऊंगा,लाख रुपया गुनहगार,अरे भाभी रंग मै डालूंगा,भरि पिचकारी मेरे बदन पर डाले

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