shabd-logo

जंग

16 मार्च 2022

20 बार देखा गया 20
जंग
सूनी आंखें देख रही है ,
जीवन का संग्राम,
पल-पल बीत रहा है,
नहीं कोई अंजाम,
आशाओं का दीप बुझा है,
निराशाओं का पैगाम,
कैसे इंसान जिए
भगवान बस तेरा है नाम।article-image

मेरे दिल से की अन्य किताबें

11
रचनाएँ
मेरे दिल से की डायरी
0.0
मेरे द्वारा रचित कविताएं हैं, मेरी कविताएं जीवन की अनुभूतियों और नारी जीवन की उथल पुथल, नारी जाति की सोच और उसके मनोभावों की अभिव्यक्ति है । एक कवित्री के नाते मुझे पूरा विश्वास है मेरी रचनाएं पाठकों को पसंद आयेगी । कवित्री उषा सिंह
1

नारी शक्ति

16 मार्च 2022
0
0
0

नारी शक्तिनारी शक्ति का अभिमान,आज करेगा सारा हिंदुस्तान,जीवन के हर पथ पर बढ़ रहा,नारी सम्मान।कभी बनी लाडली बेटी,कभी पत्नी का वरदान,हर रूप में सशक्त खड़ी,बनकर एक चट्टान समान,नहीं विचलती किसी हाल में,जी

2

होली गीत

16 मार्च 2022
0
0
0

होली गीतमै तो आयी सासू जी की चोरी,अरे देवर रंग ना डालो,भीगेगी मेरी तन सारी ,अरे देवर रंग ना डालो,सारी के बदले भाभी ,सारी पहनाऊंगा,लाख रुपया गुनहगार,अरे भाभी रंग मै डालूंगा,भरि पिचकारी मेरे बदन पर डाले

3

बंधन

16 मार्च 2022
0
0
0

*बंधन*मेरी अपनी सोच,जब हमने छुपकर देखा उनको,महसूस हुआ कुछ ऐसा,ए मेरे जीवन साथी है,स्वभाव होगा कैसा,जब पहली बार मिले,प्यार के फूल खिले,हम सफर बन जीवन ,के पथ पर निकले,बीते दिन की यादें,आज भी खोए रहते है

4

वतन की वापसी

16 मार्च 2022
0
0
0

वतन की वापसीकैसा वक्त का साया है,ऐसा मंजर देख सभी का,मन घबराया है,परदेश बसे बच्चे हैं,मां के हाथ में फोटो,आंखों में आसूं है,अंतस में पीड़ा ए कैसी बेबसी है,रो -रो कर मां तड़प रही,पिता करे विचार आएगा मे

5

मेरी कविताएं

16 मार्च 2022
0
0
0

मेरी कविताएं कविशाला में प्रकाशित होती हैं मैं २०२१ में टॉप टेन कवियों में मेरा नाम है, हम लोगों की कविताएं ११ लाख से अधिक पाठकों ने पढ़ा है ।

6

जंग

16 मार्च 2022
0
0
0

जंगसूनी आंखें देख रही है ,जीवन का संग्राम,पल-पल बीत रहा है,नहीं कोई अंजाम,आशाओं का दीप बुझा है,निराशाओं का पैगाम,कैसे इंसान जिएभगवान बस तेरा है नाम।

7

मंजिल

16 मार्च 2022
0
0
0

मंजिलकिसी की आलोचनाओं से,घबराने वाले,अपने मंजिल से अकसर ,भटक जाते है,निगाहें लक्ष्य पर टिकी रहती ,जिनकी,सफल होकरमंजिल पर पहुंच जाते हैं।

8

होली में इंतजार

16 मार्च 2022
1
0
0

होली का दिन आया नजदीकअभी तुम घर नही आएइंतजार में थके मेरे नयना,अभी तुम घर नहीं आएदिल में मचा है हलचलकोयल की कूक करे मन बेकरार,अभी तुम नहीं आए,शाम होते घर आ जाते,सखी सब मिल खेलेंगी होली,मै तुमको लगाती

9

मंजिल

23 मार्च 2022
0
0
0

मंजिलकिसी की आलोचनाओं से,घबराने वाले,अपने मंजिल से अकसर ,भटक जाते है,निगाहें लक्ष्य पर टिकी रहती ,जिनकी,सफल होकरमंजिल पर पहुंच जाते हैं।

10

जंग

23 मार्च 2022
0
0
0

सूनी आंखें देख रही है ,जीवन का संग्राम,पल-पल बीत रहा है,नहीं कोई अंजाम,आशाओं का दीप बुझा है,निराशाओं का पैगाम,कैसे इंसान जिएभगवान बस तेरा है नाम।

11

शहीद दिवस

23 मार्च 2022
0
0
0

शहीद दिवसदेश के वीर शहीदों को ,मेरा शत -शत नमन ,जो देश की आजादी के लिएहंसते-हसते फांसी के फंदे पर झूल गए,अपने जवानी की कुर्बानी दे गये,देश में अपना नाम अमर कर गए,सच्चे वीरों की कहानी गाता इतिहास है,दे

---

किताब पढ़िए