वो डायरी से निकला सुखा गुलाब
भारी पड़ गया ताज़ा गुलाबों पर 🌹
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किसी ने "ज़हर" कहा हैं किसी ने "शहद"...!
कोई समझ नहीं पाता है, "ज़ायका" मोहब्बत का...!!
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नजरो का शर्माना भी एक अदब है
नजरों से सब कह जाना भी गजब है। ❤️