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‍ ‍‍‍‍निरंजन कुमार का जन्म 11 फरवरी 1982 के बिहार का जहानाबाद जिला में हुआ। इन्होने जहानाबाद से ही 'एस. एस.काॅलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के उपरांत इग्नू से  हिंदी साहित्य में स्नातक और NOU Patna से पोस्ट ग्रेजुएट की। बचपन से ही इन्हें चित्रकला और साहित्य में रूचि रहा है। वर्तमान में अध्यापक कार्य करते हुए प्रतिलिपि, स्टोरी मिरर, कहानियाँ, मातृभारती और ब्लॉगर पर भी सक्रिय हैं। इन्होने अभी तक की  जिन्दगी का सफर अभाव और संघर्ष के साथ जारी रखा है। जब हिंदी साहित्य की बात करें तो 'मुंशी प्रेमचंद' की सारी रचनाएं इन्हें बेहद पसंद है। निरंजन कुमार का प्रसिद्ध उपन्यास है : 'खामोशी', 'आई लव यू', 'प्यास' और 'इडियट्स' (धारावाहिक उपन्यास के रूप में प्रतिलिपि ऐप्प पर जारी। पाठकों का विशेष पसंद वाली कहानी रही है: 'कलियुगी भाई', 'रांझना', 'मैं तुझें नहीं भूल पाऊंगा', त्रिया - चरित्र ' इत्यादि।

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जहर

जहर

एक बहन ही एक बहन की दूनिया में आराम से आग लगा सकती है, जब वह स्वार्थ और वासना के आग में जल रही हो। इस कहानी के माध्यम से लेखक यही बतलाने की कोशिश किया है कि किस प्रकार एक बहन, दूसरी बहन को जिन्दगी तबाह कर देती है।

निःशुल्क

जहर

जहर

एक बहन ही एक बहन की दूनिया में आराम से आग लगा सकती है, जब वह स्वार्थ और वासना के आग में जल रही हो। इस कहानी के माध्यम से लेखक यही बतलाने की कोशिश किया है कि किस प्रकार एक बहन, दूसरी बहन को जिन्दगी तबाह कर देती है।

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अंतिम भाग

8 अप्रैल 2022
1
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भाग - 4 इधर... मोहनी को इसी शहर में शिक्षिका की नौकरी लग गई थी, जिसके कारण वह कुछ दिनों तक मायके में हीं रहने का मन बनाकर ससुराल से मायके आयी थी।और.... रोहन ने भी लगभग एक महीने की छुट्ट

भाग - 3

8 अप्रैल 2022
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‍भाग - 3लगभग पाँच दिन मोहनी को यूं ही मायके में निकल गया, लेकिन वह खिड़की एक - दिन भी नहीं खुली। मोहनी को यह समझ में नहीं आ रही थी कि उसे क्या हो गया है....? क्या वह कमरा खाली करके चला गया,

भाग - 2

8 अप्रैल 2022
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‍ भाग - 2खैर बारात भी आयी, और मोहनी को रोहन से विवाह भी हो गया। कुछ दिनों के बाद मोहनी अपने ससुराल से वापस मायके

भाग - 1

8 अप्रैल 2022
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"मैं यकीन दिलाती हूँ रोहन, तेरे सिवा मेरी जिन्दगी में कोई नहीं था और न कोई है। मेरी बात को यकीन क्यों नहीं करतें ...?"-मोहनी ने दोंनो हाथ जोड़ते हुए अपने पति रोहन से बोली। "अगर

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