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दोस्ती शायरी

18 अप्रैल 2022

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तुमसे मुक्कमल हे जिंदगी मेरी
तन्हाई भरी शाम की हसीन महफ़िल हो तुम
मेरे खयालात में पहली दौलत हो तुम

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