shabd-logo

Pant_ji के बारे में

छवि धूमिल सी,घटा अभि-रिक्त सी मानस रूप अभी दिखा नही!!

no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

Pant_ji की पुस्तकें

Mere_लेख

Mere_लेख

अल्फाज जो छोटे से है जिंदगी के हँसी पल से लेकर सुख की सीमा के बीच, उन्ही किस्सों का रोपड़ मेरे लेख कही!

7 पाठक
7 रचनाएँ

निःशुल्क

Mere_लेख

Mere_लेख

अल्फाज जो छोटे से है जिंदगी के हँसी पल से लेकर सुख की सीमा के बीच, उन्ही किस्सों का रोपड़ मेरे लेख कही!

7 पाठक
7 रचनाएँ

निःशुल्क

याद नहीं अब

याद नहीं अब

मन में उछले कुछ शब्द जो लेख में उतर से जाते हैं, रात के गहरे अंधियारे में जो डर बयां नहीं हो पाता वो लेख में उतर से गये हैं। याद नहीं अब वो पल जो तोड़ सी गयी उन हस्ती को जो अब नासूर सी चुभन दिए जा रहा हैं।।

निःशुल्क

याद नहीं अब

याद नहीं अब

मन में उछले कुछ शब्द जो लेख में उतर से जाते हैं, रात के गहरे अंधियारे में जो डर बयां नहीं हो पाता वो लेख में उतर से गये हैं। याद नहीं अब वो पल जो तोड़ सी गयी उन हस्ती को जो अब नासूर सी चुभन दिए जा रहा हैं।।

निःशुल्क

मारुत नन्दन

मारुत नन्दन

मारुत नन्दन पवनसुत अपनी भक्ति में रहकर अन्य कर्म रूप को एक सौम्य रूप द्वारा पूर्ण करते हैं जो कर्म में भी भक्ति को एक रूप प्रदान करते हैं।।

1 पाठक
2 रचनाएँ

निःशुल्क

मारुत नन्दन

मारुत नन्दन

मारुत नन्दन पवनसुत अपनी भक्ति में रहकर अन्य कर्म रूप को एक सौम्य रूप द्वारा पूर्ण करते हैं जो कर्म में भी भक्ति को एक रूप प्रदान करते हैं।।

1 पाठक
2 रचनाएँ

निःशुल्क

Pant_ji के लेख

हार नही!!

6 दिसम्बर 2021
0
0

<div>सत्य की ओर एक कदम बढ़ाओ,</div><div>असत्य को तुम दूर भगाओ।</div><div>इस राह में जीत मिले न मिले,<

सौम्यता

30 नवम्बर 2021
1
0

<div><b><i>बड़ी सुन्दर सी,सम्य सी</i></b></div><div><b><i>रूप एक पर अदाएं अनेक।</i></b></div><div><b>

सौम्यता

30 नवम्बर 2021
0
0

<div><b><i>बड़ी सुन्दर सी,सम्य सी</i></b></div><div><b><i>रूप एक पर अदाएं अनेक।</i></b></div><div><b>

परीक्षा

27 नवम्बर 2021
0
0

<div>सुबह उठा कुछ याद आ गया,</div><div>जल्दी से उठ के मैं भाग आया।</div><div>परीक्षा का प्रश्न-पत्र

पहली दफा

26 नवम्बर 2021
1
0

<div><b style="font-size: 1em;">पहली दफा तुमको यूँ देखा</b></div><div><b style="font-size: 1em;">कुछ

पहर

25 नवम्बर 2021
0
0

<div><b>रात का ये पहर,</b></div><div>कुछ बुदबुदा सा रहा</div><div>मन के एक कोने में।</div><div>जहाँ

तू दूर कही

25 नवम्बर 2021
0
0

<div><b><i>अंतरंग की बेला से,</i></b></div><div><i>खो सी गई तू दूर कही।</i></div><div><i>मैं अब भी इ

कुछ समय

23 नवम्बर 2021
0
0

<div>कुछ समय रुक के देखो,</div><div>कुछ पल हमसे यूँ मिलो।</div><div>हम अब भी वही हैं <span styl

सिलसिला

22 नवम्बर 2021
1
2

<div>सफर का सिलसिला,</div><div><span style="font-size: 1em;">इस तरह यूँ शुरू हुआ!</span><span style=

परिधि

22 नवम्बर 2021
1
0

<div>यश्चित दौर की समय परिधि</div><div>जिसे देख में भाव-भग्य में,</div><div>अविरल रूप में अपना समझ ग

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए