वो जिनका कलेजा दिल्ली में 3 दिन के अंदर छह हजार सिक्खों के मारे जाने पर नहीं फटा !!!
वो जिनका कलेजा लाखों कश्मीरी पण्डितों के कत्लेआम पर नहीं फटा !!
वो जिनका कलेजा अयोध्या में कारसेवकों के कत्लेआम पर भी नहीँ फटा !!!!!
वो जिनका कलेजा गोधरा में 59 रामसेवकों के जिन्दा जलाए जाने पर नहीं फटा!!!!!
वो जिनका कलेजा सैनिकों, पुलिसकर्मियों, संतों की हत्या पर नहीं फटा!!!!
क्या क्या लिखें...????
वो एक अकलाख की मौत पर अपने पुरुस्कार वापस कर रहे है !!!
देश, धर्म, समाज और मानवता के द्रोहियों !!!
जयचन्द भी तुम्हारे इन कर्मों से शर्मिंदा होकर कहीं सर झुकाये आँसू बहा रहा होगा !!!!!