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पुरूष

28 अगस्त 2023

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दर्द होता है तो इंसान रोता है जब अपने जुदा होते हैं तो इंसान रोता है जब दिन भर मालिक की डॉट खा कर घर पर आए और ओ भूखा सो जाए तो इंसान रोता है और जब एक पुरुष रोता है तो इसका मतलब ओ बहुत ही जादा टूट चुका है, 
अक्सर जिस घर में हमेशा लड़ाई झगड़ा होता है अक्सर उस घर में लड़ाई झगड़ा क्यों होता है क्यूं की हो सकता है स्त्री का पुरुष से अच्छा व्यहार ना हो
ये भी  हो सकता है की पुरुष ही गलत हो, 
लेकिन हां पुरुष अगर गलत है तो इसका मतलब ये नहीं की उसे अपनी रिस्पांसबिलिटी पता नही है बस पुरुष सख्त होते हैं बाहर से तो मजबूत होने का दिखावा करते हैं मगर हृदय बड़ा ही कोमल होता है पुरुष के कहने से पहले ही स्त्री को पता होना चाहिए की मेरे पति क्या कहने वाले हैं 
एक पति का अपनी पत्नी से ये चाहत होती है की उसकी पत्नी उस तरह से उसका खयाल रखे जिस तरह से उसकी मां उसका खयाल रखती थी
अगर पति ने कहा कि नही चाहिए इसका मतलब ये नहीं की पति को नहीं चाहिए ये भी तो हो सकता है कि अगर मैं ले लूंगा या मैं खा लूंगा तो मेरे बच्चे या मेरी पत्नी को कम न पड़ जाए
हर बाते कहने से ही नही बताई जाती कुछ बातों को समझना पड़ता है और जिसने समझ लिया उसी को जिंदगी खुशहाल हो जाती है 
कुछ स्त्रियां होती हैं जो पति के घर आने पर कहती हैं जरूर होटल मे खा कर आए होगे तुम्हे तो घर का खाना अच्छा ही नही लगता , बताओ एक पुरुष पर क्या बीती होगी जब उसकी खुद की पत्नी कहे की बाहर होटल से खा कर आए हो लेकिन एक पत्नी को कुछ भी बोलने से पहले ये सोचना चाहिए कि हो सकता हो की उनका पति काम को ले कर जादा परेशान हो,ये भी हो सकता है की किसी काम में गलती के कारण मालिक की डांट पड़ी हो ये भी हो सकता है की काम के मुताबिक पगार न मिलती हो लाखो परेशानियों से घिरा रहता है पुरुष 


लेकिन अगर पत्नी अच्छी मिल गई तो पुरुष दुनिया की सारी तकलीफों को दरकिनार करते हुए दुनिया की सारी खुशियों को खरीद सकता है ख़ुशी और शुकून भरी जिंदगी जीने के लिए जरूरी नही की पति की सैलरी लाखो में हो अगर लाख का दसवां भाग भी सैलरी है तो पति मुस्कुराते हुए लंच बॉक्स ले के ऑफिस जाएगा और शाम को पत्नी के लिए मिठाई का डिब्बा भले न लाए पर चॉकलेट का पैकेट जरूर लायेगा भले ही ओ पांच रूपए वाली ही क्यों न हो 
पति बाहर जाता है इसका मतलब ये नहीं कि ओ ऐश करता है, याद रखियेगा पुरुष का मतलब ही संघर्ष होता है .

संघर्ष खुद से
संघर्ष अपनो से
संघर्ष खुद के सपनो से
संघर्ष जीवन से 
जीवन के उतार चढ़ाव से संघर्ष 
संघर्ष अपनी जिंदगी से
 कठिनाइयों से लड़ने का संघर्ष 
दुख में खुश रहने का संघर्ष 
रोने पर भी मुस्कुराने का संघर्ष 

बस एक पुरुष ही कर सकता है 




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