जीवन के इस रंगमंच में,
प्रभु तेरे खेल निराले हैं।
कभी हंसाते कभी रुलाते
कभी-कभी गम के प्याले हैं।
कभी धूप है कभी छांव है,
कभि-कभि सांझ सरकारें हैं।
जीवन के इस रंगमंच में........
कभी मेघ सम आंखें बरसे,
कहीं खिल-खिल करते तारें हैं।
जीवन के इस रंगमंच में..............
इस जीवन के पथ पर प्रभु ने
सारे रंग संवारे हैं।
जीवन के इस रंगमंच में प्रभु तेरे खेल निराले हैं।