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अर्रेंज लव

अर्रेंज लव

मिहिर आज अपनी दुल्हन की विदाई करा कर उसके ससुराल लेकर आ रहा था।सजी सँवरी ,सिमटी हुई सकुचाई सी ,घूघट में पास ही गाड़ी में बैठी हुई थीं। कभी उसकी चूड़ियों की खनक ,कभी पायलों की रुनझुन से उसका ध्यान अपनी दुल्हन मीरा पर चला ही जाता पर,लाख कोशिशों के बाउजूद

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अर्रेंज लव

अर्रेंज लव

मिहिर आज अपनी दुल्हन की विदाई करा कर उसके ससुराल लेकर आ रहा था।सजी सँवरी ,सिमटी हुई सकुचाई सी ,घूघट में पास ही गाड़ी में बैठी हुई थीं। कभी उसकी चूड़ियों की खनक ,कभी पायलों की रुनझुन से उसका ध्यान अपनी दुल्हन मीरा पर चला ही जाता पर,लाख कोशिशों के बाउजूद

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