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शक्ति और उपासना

26 सितम्बर 2022

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स्त्री 
सरल शब्दों में कहा जाए तो औरत
जो एक अगरबत्ती की तरह है
जो अपने घर को भरपूर सुगंध देती है
मगर वक्त आने पर किसी को जला भी सकती है,
औरत 
सरल शब्दों में कहा जाए तो नारी
जो एक ज्योति कि तरह है
जो अपने घर को प्रकाशमय करती है
अंधेरे से बचाती है
मगर वक्त आने पर परिवार की रक्षा के लिए
आपको जला भी सकती है,
नारी 
सरल शब्दों में कहा जाए तो बहू
जो आपके घर की लक्ष्मी होती है
और घर की हर एक परिस्थिति को 
बहुत अच्छे से संभालती है
और अपने परिवार के लिए खुद की खुशियों का त्याग भी कर देती है,
बहू सरल शब्दों में कहा जाए तो किसी की बेटी
जो अपने माता_पिता की उम्मीदों पर खरे
उतरने के लिए दिन रात खुद को अग्नि मेे
तपाती है (अर्थात मेहनत करती है)
और उनके स्वाभिमान की रक्षा के लिए खुद को हर रिश्ते से जोड़ती है,
बेटी
सरल शब्दों में कहा जाए तो कन्या
जो पिता घर आकर उसके घर को रौशन करती है और अपने कर्तव्य का निर्वहन करती है,
कन्या
सरल शब्दों में कहा जाए तो दुर्गा
और दुर्गा जो पापियों का विनाश करती है
और धर्म की स्थापना करती है,
ऐसे ही कितने रूप है एक औरत के 
और वो कभी कमजोर नहीं होती,
यदि स्त्री प्रेम से परिपूर्ण है
तो उसे अंदर सृष्टि सम्पूर्ण है
और यदि स्त्री का कोई अपमान करता है
तो वह निश्चित अपने विनाश की और अग्रसर है ,
यदि औरत प्रेम करने वाली राधा है
तो वह पापियों का विनाश करने वाली दुर्गा भी है,
यदि वह त्याग करने वाली सीता है
तो वह अर्थ समझने बाली गीता भी है,
यदि वो सतीत्व प्रेमी मां अहिल्या है
तो वह सबका बोझ सहने बाली धरा भी है,

नम्रता द्विवेदी🖋 'नैन'


                          

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रचनाएँ
स्त्री और समाज
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यह किताब स्त्रियों की वेदना और उनके अस्तित्व पर लिखी गयी है। एक स्त्री चाहे तो फूल को पर्वत कर सकती है और पर्वत को मोम। स्त्री प्रेम मे राधा, त्याग मे सीता और क्रोध मे दुर्गा भी बन सकती है। अतः स्त्रियों का अपमान अर्थात् प्रकृति अपमान क्योंकि स्त्री बिल्कुल प्रकृति के जैसी है।
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स्त्री

22 सितम्बर 2022
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जिस प्रकारजल के बिना जीवन कीकल्पना करना व्यर्थ है, ठीक उसी प्रकारस्त्री के बिनासमाज की कल्पना करनाव्यर्थ है..!!

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मै स्त्री हूँ, मै नारी हूँ, मै जग की पालनहारी हूँ।

22 सितम्बर 2022
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स्त्री सरल शब्दों में कहा जाए तो औरतजो एक अगरबत्ती की तरह हैजो अपने घर को भरपूर सुगंध देती हैमगर वक्त आने पर किसी को जला भी सकती है,औरत सरल शब्दों में कहा जाए तो नारीजो एक ज्योति कि तरह हैजो

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स्त्री

22 सितम्बर 2022
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जिस प्रकार मंदिर मे रौनकभगवान से होती है, ठीक उसी प्रकार घर मे स्त्री से।

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स्त्री

22 सितम्बर 2022
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स्त्री को बाँझ कहनाधरती को बंजर कहने जैसा है।

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स्त्री

22 सितम्बर 2022
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स्त्री को हमप्रकृति की बेटी कह सकते है, प्रेम दोगेप्रेम पाओगे, खिलवाड़ करोगेनष्ट हो जाओगे।

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स्त्री

22 सितम्बर 2022
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नारी शक्ति

26 सितम्बर 2022
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हर एक औरत दुर्गा का ही रूप होती है, यदि आप उसका सम्मान करोगे, तो वह आपको आशीष देगी, यदि आप उसका अपमान करोगे, तो वह काली बन शीश भी काट लेगी,,, हर औरत गृह लक्ष्मी होती है, यदि आप उसको सम्मान दोगे,

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शक्ति और उपासना

26 सितम्बर 2022
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स्त्री सरल शब्दों में कहा जाए तो औरतजो एक अगरबत्ती की तरह हैजो अपने घर को भरपूर सुगंध देती हैमगर वक्त आने पर किसी को जला भी सकती है,औरत सरल शब्दों में कहा जाए तो नारीजो एक ज्योति कि तरह हैजो

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