हर एक औरत दुर्गा का ही रूप होती है,
यदि आप उसका सम्मान करोगे,
तो वह आपको आशीष देगी,
यदि आप उसका अपमान करोगे,
तो वह काली बन शीश भी काट लेगी,,,
हर औरत गृह लक्ष्मी होती है,
यदि आप उसको सम्मान दोगे,
तो माँ लक्ष्मी आपको अर्थ देगी,
यदि आप गृह लक्ष्मी का अपमान करोगे,
तो आपकी धन लक्ष्मी भी आपसे रुष्ठ हो जायेगी,,
स्त्री कभी साधारण नही होती है,
वह देवी रूपा, अम्बे, भवानी का रूप होती है,
दुष्टों का संहार करती है,
महिषासुर का मर्दन करने वाली माँ दुर्गा स्त्री है,,,
जब सती को अपनी शक्ति का ज्ञान न था,
तब शिव ने बोध कराया था सती को उनकी शक्ति का,
तब शुम्भ, निशुंभ का वध किया था एक स्त्री ने,
चक्र, त्रिशूल, वक्र, कुंद, गदा एक स्त्री के हाथ मे भी है,,
दुर्गा... माँ काली बन संघार भी करती है,,
माँ दुर्गा... स्त्री बन बच्चों से अपने प्यार भी करती है ।।
नम्रता द्विवेदी🖋 'नैन'