ह कहानी शरीफो की शराफत एक ऐसे ही क्रूर जमींदार ठाकुर रतनसिंह और उनके दो बेटे जालिम सिंह और सालिम सिंह की कहानी है।इस कहानी की नायिका एक गरीब किसान की बेटी वैशाली है।जो ठाकुर के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाती है।दोनों के बीच एक जबरदस्त संघर्ष की स्थिति बनती है।जिसे आप कहानी को पढ़ने के दौरान देखेंगे।हालाँकि कहानी के पात्र और घटनाये काल्पनिक है।फिर भी आप उसे वास्तविक समाज में महसूस कर सकते है।आज भी हमारे समाज में किसानो को उनका हक़ नहीं मिलता है।जबकि पूरे समाज का पेट भरने का काम हमारे अन्नदाता ही करते है।इस कहानी को पढ़ते पढ़ते आपको अपने गांव की याद ताजा हो जाएगी।इसी उम्मीद में मै इस कहानी को आप सबके बीच लेकर आया हूँ।आशा है इस कहानी को पढ़कर आप सब अपनी राय हमें जरूर बताएँगे।एक बार आप सभी का फिर से आभार और मेरी तरफ से ढेर सारा प्यार।