श्रीलाल शुक्ल हिन्दी के प्रमुख साहित्यकार थे। वह समकालीन कथा-साहित्य में उद्देश्यपूर्ण व्यंग्य लेखन के लिये विख्यात थे। श्रीलाल शुक्ल (जन्म-31 दिसम्बर 1925 - निधन- 28 अक्टूबर 2011) को लखनऊ जनपद के समकालीन कथा-साहित्य में उद्देश्यपूर्ण व्यंग्य लेखन के लिये विख्यात साहित्यकार माने जाते थे। उन्होंने 1947 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा पास की। 1949 में राज्य सिविल सेवासे नौकरी शुरू की



राग दरबारी
रागदरबारी जैसे कालजयी उपन्यास के रचयिता श्रीलाल शु

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बिश्रामपुर का संत
बिश्रामपुर का संत' समकालीन जीवन की ऐसी महागाथ है ज

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उमरावनगर में कुछ दिन
‘उमरावनगर में कुछ दिन’ श्रीलाल शुक्ल की प्रस्तुत प

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