जिस्म को थका सकती है मेहनत दिल को नही ।
दिमाग को थका सकती है परेशानी दिल को नही ।.
खत्म होजाता है असर थकान का गर दिल मे ताजगी हो।
खत्म होजाती है जिन्दगी जब दिल को थकान मेहसूस हो।.
19 जुलाई 2016
जिस्म को थका सकती है मेहनत दिल को नही ।
दिमाग को थका सकती है परेशानी दिल को नही ।.
खत्म होजाता है असर थकान का गर दिल मे ताजगी हो।
खत्म होजाती है जिन्दगी जब दिल को थकान मेहसूस हो।.