सुना था कई बार आते जाते ठोकरों से ।
जिंदगी हौले से कान में कुछ कह गई थी ।।
मान लेता तो अपनी नज़रों में गिर जाता ।
ये नज़रें गुमाँ से ज्यादा क्या देखती है कभी ?!!
13 सितम्बर 2017
सुना था कई बार आते जाते ठोकरों से ।
जिंदगी हौले से कान में कुछ कह गई थी ।।
मान लेता तो अपनी नज़रों में गिर जाता ।
ये नज़रें गुमाँ से ज्यादा क्या देखती है कभी ?!!