झुकने नहीं देंगे तिरंगे की शान को
हम सीमा पार भी तिरंगा लेकर जाएंगे
इस धरातल को कसम मेरे खून की
तिरंगे की शान मेे कतरा कतरा खून भाएंगे
झुकने नहीं देंगे धरातल पे तिरंगे को
फिर अपना हम भीम सा भाहुबल दिखाएंगे
एक एक दुश्मन का सफाया हम करेंगे
हिम की चोटियों पे तिरंगा हम लहराएंगे।
आगे बढ़ जरा थोड़ी दूर और चल
चल चल कहीं मंजिल को पार दे