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तुम हो न

11 सितम्बर 2021

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लोग कहते है क्यों फिक्र करते हूँ मैं हु न
  पर मैं कहती हूं पास मेरे तुम हो न
क्यों डरूँ मैं किसी से तुम हो न
  अकेली नही हु मैं तुम हो न
ज़िन्दगी के सफ़र में अकेली नही
  क्योंकि मेरे पास तुम हो न
कभी नही महसूस होता अकेलापन
  क्योंकि हर हाल में तुम हो न
मंजिल मिले न मिले पर सफर में तुम हो न
  हालात चाहे कैसे भी हो सुधार लेंगे
     क्योंकि पास मेरे तुम हो न
मानती हूं ज़िन्दगी आसान नही
  पर मुझे क्या डर साथ मेरे तुम हो न
एहसास है मुझे जीने का
  क्योंकि साथ मेरे तुम हो न

  

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