लोग कहते है क्यों फिक्र करते हूँ मैं हु न
पर मैं कहती हूं पास मेरे तुम हो न
क्यों डरूँ मैं किसी से तुम हो न
अकेली नही हु मैं तुम हो न
ज़िन्दगी के सफ़र में अकेली नही
क्योंकि मेरे पास तुम हो न
कभी नही महसूस होता अकेलापन
क्योंकि हर हाल में तुम हो न
मंजिल मिले न मिले पर सफर में तुम हो न
हालात चाहे कैसे भी हो सुधार लेंगे
क्योंकि पास मेरे तुम हो न
मानती हूं ज़िन्दगी आसान नही
पर मुझे क्या डर साथ मेरे तुम हो न
एहसास है मुझे जीने का
क्योंकि साथ मेरे तुम हो न