जिंदगी को जिंदगी दे के गए जो इस जहाँ में,
जिंदगी को रोशनी देकर गए उनको सलाम!!
लाख तूफानों में रोशन ही रहे जिनके दीये,
रोशनी बुझते हुए को दे गए उनको सलाम!!
खुद बना गए लीक अरमानों को अपने मार के,
सब की खातिर जो शमा बनकर गए उनको सलाम!!
टूटी हुई कश्तियों का जो सहारा बन गये,
जिंदगी मझधार से जो ले गए उनको सलाम!!
या मेरे रब! दे अता,उनको जो काली रात में,
खुद चले औ रोशनी से भर गए उनको सलाम!!