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वीर सावरकर

6 नवम्बर 2021

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भाग 2

Sc. No.        :         13

Location     :         David’s House- Hall

Effect          :         Day- Int.

Characters   :         David , His wife & Daughter

( डेविड घर में आता है। उसकी बेटी  Newspaper  पढ़ रही है। उसकी माँ भी पास बैठी है। डेविड आकर उनके पास बैठता

है...)


Daughter    :  (उसे देखकर)  What happened dad!.. Are you looking  disturbed…

David          :         Humm….

Wife            :         Who is shouting inside?..

David          :         One Prisoner … Nandu…        

Daughter     :         But why dad.? Why are  you torturing him..?

David          :         Its punishment… Not torturing….

Daughter     :         Who is Vinayak Damodar Sawarkar..?

David          :       (गुस्से में) सावरकर... वही है जो सबको भड़का रहा है 

Daughter     :         He is fighting for there rights..

David          :         How you know him..?

Daughter     :         I heard about him in London and here also… He is a nice person…      

David          :         Shut  up… ( वह गुस्से से उठकर जाता है )

Daughter     :       ( मान से )  Why dad is doing like this… Mom please ask him to stop torturing on poor people…!

Sc. No.        :         14

Location     :         Hall

Effect          :         Day- Int.

Characters   :         Sawarkar, Ganesh (Babarao) Harmeet, Ashfaque,

Chatterjee & Others.

(सभी लोग लाइन में खड़े हैं..... सभी लोग नंगे बदन हैं... उनकी हालत खराब है.... सबके हाथ में वपस से भरी बाल्टी है... एक

सिपाही सबका तेल वज़न करके ले रहा है।)


सिपाही ः चलो... आगे बढ़ो.....


(लोग तेल देकर आगे बढ़ते हैं, फिर सावरकर का


नम्बर आता है। उसे देख सिपाही द्रवित होता है।)


सिपाही ः अरे वकील साहब... च-च-च....


(सावरकर उसके बर्तन में तेल डालते हैं, वज़न होता  है।)

सिपाही ः साहब, आपकी हालत देख हमें बहुत दुःख होता है। (वजन करके) अरे ये क्या... आपने तो एक पौंड तेल


               अधिक पेर दिया है।


सावरकर ः (मुस्कुराकर) मैं भी देखना चाहता हूँ- हमारी देशभक्ति


मज़बूत है या इनके अत्याचार.....


(वह बाल्टी लेकर घूमते हैं, तो लाइन के अंत में बदहाल खड़े भाई को देखते हैं.... वह उनके करीब जाते हैं- दोनों एक दूसरे को

देखते हैं- सावरकर भाई के पैर छूते हैं..... दोनों की ही आँखों में आँसू आते हैं।)


बाबाराव ः विनायक तुम भी यहाँ...?


सावरकर ः भैया, पूरे दो साल से हूँ.... आपसे मिलने को दिल तड़प् गया था.... (सिपाही चिल्लाते हैं।)


सिपाही ः चलो अपनी अपनी कोठरी में...


सावरकर ः क्या हाल हो गया है आपका.... आप तो बीमार भी लग रहे हैं, अच्छा मैं बाद में मिलने का प्रयास करता हूँ।


(सावरकर जाते हैं। बाबाराव घसीटते हुए तेल लेकर लाइन में आगे बढ़ते हैं....)

Sc. No.        :         15

Location     :         Sawarkar Kothari

Effect          :         Day- Int.

Characters   :         Sawarkar, Sipahi, Bhupat & Other Sipahi

 

(सावरकर अपनी कोठरी में आते हैं... सिपाही भूपति दरवाज़ा बंद करने लगता है तो सावरकर कहते हैं-)


सावरकर ः आपको बड़े भैया की कोठरी पता है...?


भूपति ः हूँऽऽ... आप रोज़ उसी के सामने से गुज़रते हैं....


सावरकर ः (चौंक कर) अच्छा.... (उसे देखकर) मुझे ले जाते समय


दिखाओगे...?


भूपति ः हूँ..! मैं वहाँ पहुँचकर रुक जाऊँगा.... आप समझ जाना


(उसी समय बाहर से शोर होता है। दोनों चौंकते हैं।


एक सिपाही भागते हुए आता है। भूपति से कहता है-)


सिपाही ः चलो जल्दी ओ नंदू भूषण ने आत्महत्या कर लिया...


(ये सुनकर शॉक्ड रह जाते हैं... भूपति भागता है।)

Sc. No.        :         16

Location     :         David’s House - Hall

Effect          :         Day- Int.

Characters   :         David, Daughter & Wife

 

(डेविड की पत्नी बैठी है और लड़की परेशान चहलकदमी कर रही है।)

Wife            :         Please don’t take tension..?

Daughter     :        ( रुक कर )  I can’t believe, Dad is so cruel…

Wife            :         Yes he is..! After all he is  your father…

Daughter     :         I know… But its not good… I will see…. what I can  do..?


Sc. No.        :         17

Location     :         Hall- Jail

Effect          :         Day- Ext.

Characters   :         All character with Sawarkar & David

(सावरकर, नानी गोपाल, हरमीत, चटर्जी और सभी कै़दी खाने के ज्पउम पर हंगामा करते हैं....)

सावरकर ः नंदू भूषण ने आत्महत्या नहीं की... उसे मारा गया... इनगोरों के अत्याचार ने उसे मजबूर किया है.... हम अब नहीं 

                  सहेंगे.... उसका बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा।


गोपाल ः  वंदे मातरम्.... अब और नहीं सहेंगे....


सभी ः    नहीं सहेंगे..... (डेविड आता है.... गुस्से में देखकर)


डेविड ः   मारो सबको...

..
सभी ः वंदे मातरम्.....


गोपाल ः मैं आज से भूख हड़ताल पर जा रहा हूँ।


सावरकर ः मैं भी.....


(सिपाही डंडों से मारना शुरू करते हैं...)


Sc. No.        :         18

Location     :         Big office

Effect          :         Day- Int.

Characters   :         Superintendent & David

(सुपरिटेंडेंट बैठे हैं... वहाँ डेविड आता है।)


 

David          :         Good evening sir…

Superintendent:     Good evening Mr. David… have a seat…

David          :         ( बैठते हुए  )    What happened sir…?

Superintendent:     Lot of things happening in your jail.. ! and you asking    me what happened?

David          :         In my jail… Sir… you have any wrong information

Superintendent:     O.K… So why Mr. Sawarkar & others goes on hunger   strike?

David          :         Sir! This all Bhartiya Prisoners are crazy….

Superintendent:    (मुस्कुराकर) पूरा लंदन का महकमा हिल गया है  मिस्टर डेविड... अब टुम उनका प्यार से हंगर 

                              स्ट्राइक ख़तम करोगे इट्स  आर्डर  !!! 

David              : Its  Ok  Sir


                             (उसका चेहरा उतरता है।)


Sc. No.        :         19

Location     :         Sawarkar’s Kothari

Effect          :         Day- Int.

Characters   :         Sawarkar, David & His daughter

(सावरकर अपनी कोठरी में कोयले से दीवार पर कुछ लिख रहे हैं... सभी दीवार उनके काव्य से भरे पड़े हैं.... उसी समय

कोठरी का दरवाज़ा खुलता है। डेविड अपनी बेटी के साथ आता है। सावरकर दोनों को देखता है.....)


डेविड ः   Good morning Mr. barrister…

Daughter :  Good morning Vinayak.. Nice to see  you…


(वह दीवारों को देखती है।)


सावरकर ः (हाथ जोड़कर) नमस्कार.....


Daughter  : Wow ! तो यहाँ भी लिखना शुरू कर दिया..


डेविड ः He is really very good writer… वैसे मिस्टर बैरिस्टर मेरी बेटी आपसे एक स्पेशल रिक्वेस्ट के लिए आई है...


(सावरकर चौंककर दोनों को देखते हैं।)


डेविड ः    देखो, आप अपना ये हंगर स्ट्राइक बंद करो और उस  बच्चे नानी गोपाल को भी समझाओ.... मैं तुम लोगों की सारी

                   मांगे पूरी करने को तैयार हूँ- ये मेरी Daughter भी यही चाहती है।

Daughter :  Yes Mr. Sawarkar… Please hunger strike   से कुछ  solve नहीं होगा.... आप लोग ठीक रहोगे तो इस देश के

                   लिये कुछ कर पाओगे।
सावरकर ः (मन में) ये डेविड एकदम से कैसे बदल गया...

Daughter     :         Mr. Sawarkar… you are really brave.. London से  आपके  favour में message आया है ( धीरे से )   

                         You are winner….


सावरकर ः (मुस्कुराकर धीरे से) ये गोरे हार रहे हैं।


Sc. No.        :         20

Location     :         Hall of Jail

Effect          :         Day- Int.

Characters   :         Suprintendent, Sawarkar, Nani Gopal, Harmeet &

                              Chatterjee

(सावरकर, गणेश (बाबा राव), नानी गोपाल, हरमीत, चटर्जी सभी एक जगह पर हैं। उनके कपड़े भी साफ सुथरे हैं। उसी 

समय सुपरिटेंडेंट वहाँ आते हैं...)


Superintendent ः हैलो मिस्टर सावरकर..


सावरकर ः (मुस्कुराकर) हैलो सर...

(सुपरिटेंडेंट हाथ मिलाता है।)


Superintendent ः आज से मैं इस जेल का चार्ज ले रहा हूँ और  हाँ, आपके लिए एक Good  News.  है ....


सावरकर ः I know that… David को deport कर दिया गया


Superintendent ः और ये सब तुम्हारी वज़ह से हुआ.... 

सावरकर ः नहीं ये... हम सभी साथियों की वज़ह से हुआ है


सुपरिटेंडेंट ः आप सभी के लिये स्पेशल डॉक्टर की टीम आई   है चेकअप के लिए... और एक गुड न्यूज़ कल तुम्हारी  

                              फैमिली भी तुमसे मिलने आ रही है।


                         (सभी ख़ुश होते हैं।)

 

Sc. No.        :         21

Location     :         Clinic in Jail

Effect          :         Day- Int.

Characters   :         Sawarkar, Ganesh, Gopal, & others Doctors

(सावरकर, उनके बड़े भाई, नानी गोपाल और सभी को डॉक्टर चेकअप कर रहे हैं।)

(सावरकर,

Sc. No.        :         22

Location     :         Big Zoom - Clinic

Effect          :         Day- Int.

Characters   :         Sawarkar, Babarao, Sawarkar’s young brother, his

wife & Sawarkar’s wife, Gopal, Superintendent

(सावरकर,गोपाल के साथ बैठे अपने नम्बर का वेट कर रहे हैं-तभी सिपाही के साथ उनकी पत्नी छोटा भाई, और उसकी पत्नी

आती है। सभी एक दूसरे को देख ख़ुश होते हैं। उनकी आँखों में ख़ुशी के आँसू आते हैं। सभी सावरकर के चरण छूते हैं,

सावरकर भाभी को ना देख आँसू पोंछते हुए कहते हैं-)


सावरकर ः भाभी नहीं आई....


(उसी समय बाबा राव वहाँ आते हैं।)


छोटा भाई ः वो हमें छोड़कर चली गई... हमें अनाथ कर गई....


(सभी की आँखों से आँसू आते हैं। उसी समय  सुपरिटेंडेंट वहाँ आते हैं।)


सुपरिटेंडेंट ः मिस्टर सावरकर.... An another good news….


(सभी चौंककर देखते हैं....)


सुपरिटेंडेंट ः आप सभी को यहाँ से बॉम्बे शिफ्ट करके साधारण जेल  में डाला जायेगा और आपकी सज़ा भी कम कर दी                           गई। 

(सभी खुश होते हैं।)

                                     समाप्त 
 


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5.0
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