तन्हा जीना सीख लिया ।
तन्हा हसना, तन्हा रोना, तन्हा जीना सीख लिया,हमने खुद को बिन तेरे भी, जिंदा रखना सीख लिया ॥ गिला नहीं किस्मत सेहमको, जो मेरे तुम हो नसके, अपने हाथों की रेखा को, हम ने पढ़ना सीख लिया ॥ क्या हुआ जो तेरी महफिल में मेरे नाम कोई जाम नहीं, हमने अपने प्याले को अश्क़ों से भरना सीख लिया ॥ तोड़ दिया साकी से रिश्त