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ये ज़िन्दगी...

8 अप्रैल 2024

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जाने ये ज़िन्दगी कहाँ जा रही है ....

ठहरी भी नही है..

गति इसकी महसूस भी होती नही है....

अकेले ही चली जा रही है....

या किसी के साथ बह रही है...

न जाने तूफान की तरफ जा रही है...

या ठहराव से मिलने को जा रही है ... ये ज़िन्दगी...

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