लेख लिखे जाता हूं
# मैं लेख लिखे जाता हूं। स्याही कलम से झलक जाता हूं।।मैं लेख लिखे जाता हूं।ब्रह्म से ब्रह्मांड तक,वेदों के प्रज्ञान तक,खंडन से संगम तक,शष्य - श्यामल वंदन तक,रीति से नीति तक,मीत से प्रीति तक,मन से मस्तिष्क तक,रक्त के प्रवाह तक,मै सबको छुए जाता हूं। स्वछंद उडे जाता हूं।।मैं लेख लिखे जाता हूं।स्याही कल