"गीतिका"जगमग अवली दीप हमारेसुंदर साख प्रदीप हमारेअनुपम पुंज प्रकाश पर्व यहरोशन चित नवदीप हमारे।।चाँद छुपा है रात दिवालीआभा अति प्रियदीप हमारे।।शोर शराबा किलक पटाखेहरषित प्रिय कुलदीप हमारे।।रंगोली घर घर पहुनाईझिलमिल झाँकी दीप हमारे।।आव भगत अरु कुशलम क्षेमासुंदर छवि प्रतिदी