बारिश
काफी दिनों बाद उसका फ़ोन आया। फिर उठाया तो आवाज़ आई, उसकी नहीं, दूर कहीं बादल गरजने की और मन के किसी आँगन के काई लगे हुए छत से बारीश टपकने लगी। यह बारीश भी क्या चीज़ है। हर सूखे चीज़ को गिला कर देती है। क्यों? ताकि वो फिर से सूख पायें। फिर अचानक किसी के बोलने की आवाज़ सुनाई दी। मेरा हाल पूछ रही थी वो। मे